अधिकांश महिलाओं का गर्भावस्था या प्रसव के बाद वजन और मोटापा बढ़ने लगता है जो की अपने साथ साथ अन्य बीमारियों को भी न्योता देती है। दोस्तों आज हम आपके लिए लेकर आये है एक ऐसे सवाल का जवाब जिसके कारण हर महिला परेशान होती है गर्भावस्था और प्रसव के बाद वजन बढ़ना एक आम बात है। कई कारणों से महिलाओं का वजन इस दौरान बढ़ जाता है।
गर्भावस्था एक महिला के जीवन में शारीरिक और भावनात्मक बदलावों का समय होता है। इस दौरान शरीर में कई महत्वपूर्ण बदलाव होते हैं, जो माँ और शिशु दोनों के स्वस्थ विकास के लिए आवश्यक होते हैं। हालांकि, गर्भावस्था और प्रसव के बाद वजन बढ़ना एक आम समस्या है, जिसे लेकर महिलाएँ अक्सर चिंतित रहती हैं। प्रसव के बाद शरीर का वजन सामान्य होना एक चुनौतीपूर्ण प्रक्रिया हो सकती है, और इसके कई कारण होते हैं। इस लेख में हम गर्भावस्था और प्रसव के बाद वजन बढ़ने के प्रमुख कारणों पर विस्तृत रूप से चर्चा करेंगे।
गर्भावस्था और प्रसव के बाद वजन बढ़ने के प्रमुख कारण:-
1. हार्मोनल बदलाव:-
गर्भावस्था के दौरान और प्रसव के बाद शरीर में महत्वपूर्ण हार्मोनल परिवर्तन होते हैं। गर्भावस्था के दौरान एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन जैसे हार्मोन का स्तर बढ़ता है, जो वसा संचय को प्रभावित करता है। ये हार्मोन महिलाओं के शरीर को गर्भावस्था के दौरान शिशु के विकास के लिए आवश्यक ऊर्जा जमा करने के लिए प्रेरित करते हैं। प्रसव के बाद भी, हार्मोनल असंतुलन जारी रह सकता है, जो वजन घटाने की प्रक्रिया को धीमा कर सकता है। हार्मोनल बदलावों के कारण शरीर की मेटाबॉलिज्म दर में भी गिरावट आ सकती है, जिससे वजन बढ़ने की संभावना रहती है।
2. अतिरिक्त कैलोरी की आवश्यकता:-
गर्भावस्था के दौरान शिशु के विकास और माँ की ऊर्जा आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए अतिरिक्त कैलोरी की आवश्यकता होती है। अधिकांश महिलाओं को गर्भावस्था के दौरान अधिक खाना खाने की सलाह दी जाती है ताकि शिशु को पर्याप्त पोषण मिल सके। हालांकि, प्रसव के बाद भी कई महिलाएँ अतिरिक्त कैलोरी का सेवन जारी रखती हैं, जिससे वजन बढ़ सकता है। गर्भावस्था के दौरान शरीर में जमा की गई कैलोरी को कम करने के लिए, प्रसव के बाद एक संतुलित आहार अपनाना आवश्यक होता है।
3. शारीरिक गतिविधि की कमी:-
गर्भावस्था के दौरान और विशेष रूप से प्रसव के बाद, महिलाओं की शारीरिक गतिविधियों में कमी आ सकती है। प्रसव के बाद नई माताएँ शिशु की देखभाल में व्यस्त हो जाती हैं, जिससे नियमित व्यायाम या शारीरिक गतिविधि के लिए समय निकालना मुश्किल हो जाता है। इसके अलावा, प्रसव के बाद की शारीरिक थकान और आराम की आवश्यकता के कारण महिलाएँ अक्सर आराम करने पर जोर देती हैं। इस शारीरिक निष्क्रियता के परिणामस्वरूप कैलोरी का जलना धीमा हो जाता है, जिससे वजन बढ़ सकता है।
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4. तनाव और नींद की कमी:-
नवजात शिशु की देखभाल करना एक माँ के लिए मानसिक और शारीरिक रूप से थकाने वाला हो सकता है। शिशु की देखभाल के दौरान पर्याप्त नींद न मिलना और तनाव का अनुभव करना आम है। तनाव के कारण शरीर में कोर्टिसोल नामक हार्मोन का स्तर बढ़ता है, जो भूख को बढ़ाने और पेट के आसपास चर्बी जमा करने के लिए जिम्मेदार होता है। इसके अलावा, नींद की कमी मेटाबॉलिज्म को प्रभावित करती है, जिससे शरीर अधिक वसा जमा करता है और वजन बढ़ने की संभावना बढ़ जाती है।
5. स्तनपान के बाद भूख में वृद्धि:-
स्तनपान कराने वाली माताओं में भूख में वृद्धि होना एक सामान्य बात है, क्योंकि स्तनपान के दौरान शरीर अधिक ऊर्जा की खपत करता है। इस ऊर्जा की खपत को पूरा करने के लिए महिलाओं को अधिक खाना खाने की आवश्यकता होती है। हालांकि, अगर यह भूख नियंत्रित न हो और महिलाओं द्वारा अधिक कैलोरी युक्त आहार का सेवन किया जाए, तो वजन बढ़ सकता है। इसलिए स्तनपान कराने वाली माताओं को अपने आहार में स्वस्थ विकल्पों को शामिल करना चाहिए, जैसे फल, सब्जियाँ, प्रोटीन, और संपूर्ण अनाज।
6. पानी की कमी:-
प्रसव के बाद कई महिलाएँ पर्याप्त मात्रा में पानी नहीं पीती हैं, जिससे शरीर में पानी की कमी हो सकती है। पानी की कमी मेटाबॉलिज्म को धीमा कर देती है, जिससे शरीर कैलोरी को प्रभावी ढंग से नहीं जला पाता है। साथ ही, पर्याप्त पानी न पीने से शरीर में फ्लूइड रिटेंशन बढ़ सकता है, जिससे वजन बढ़ सकता है। इसलिए, प्रसव के बाद उचित जलयोजन बनाए रखना आवश्यक है ताकि शरीर का मेटाबॉलिज्म सही ढंग से काम कर सके और वजन संतुलित रह सके।
7. मांसपेशियों का कमजोर होना:-
गर्भावस्था के दौरान और प्रसव के बाद, शारीरिक गतिविधियों में कमी के कारण मांसपेशियों की ताकत कम हो जाती है। मांसपेशियाँ शरीर की कैलोरी जलाने की क्षमता को बढ़ाती हैं, लेकिन जब मांसपेशियाँ कमजोर हो जाती हैं, तो मेटाबॉलिज्म की दर धीमी हो जाती है। इस कारण शरीर में वसा जमा होने की संभावना बढ़ जाती है। मांसपेशियों को फिर से मजबूत करने के लिए प्रसव के बाद धीरे-धीरे व्यायाम को फिर से शुरू करना महत्वपूर्ण होता है, जिससे मेटाबॉलिज्म को बढ़ावा दिया जा सके और वजन कम किया जा सके।
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8. अनियमित खानपान:-
प्रसव के बाद शिशु की देखभाल के दौरान महिलाओं की दिनचर्या पूरी तरह से बदल जाती है, जिससे उनका खानपान अनियमित हो सकता है। अनियमित समय पर भोजन करने और अस्वास्थ्यकर खाद्य पदार्थों का सेवन करने से शरीर में अतिरिक्त कैलोरी जमा होती है। यह आदत वजन बढ़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है। नई माताओं को समय पर और पौष्टिक आहार लेने की कोशिश करनी चाहिए ताकि वे स्वस्थ रहें और उनका वजन भी नियंत्रित रहे।
9. जेनेटिक कारण:-
वजन बढ़ने के पीछे आनुवंशिक कारण भी एक महत्वपूर्ण कारक हो सकता है। कुछ महिलाओं में आनुवंशिक रूप से वसा जमा करने की प्रवृत्ति होती है, और गर्भावस्था के बाद यह प्रवृत्ति और अधिक स्पष्ट हो सकती है। जिन महिलाओं के परिवार में मोटापे की समस्या होती है, उनमें गर्भावस्था के बाद वजन बढ़ने की संभावना अधिक होती है। हालांकि, इस समस्या को आहार और शारीरिक गतिविधि के जरिए नियंत्रित किया जा सकता है।
10. भावनात्मक भोजन:-
गर्भावस्था और प्रसव के बाद, कई महिलाएँ भावनात्मक रूप से तनावग्रस्त महसूस कर सकती हैं, और इस तनाव को कम करने के लिए वे खाने की ओर रुख करती हैं। भावनात्मक भोजन का मतलब होता है, भूख न होने पर भी भावनात्मक संतुलन के लिए खाने का सेवन करना। इससे वजन तेजी से बढ़ सकता है। इसलिए, भावनात्मक तनाव को नियंत्रित करने के लिए मानसिक स्वास्थ्य पर ध्यान देना और स्वस्थ आदतों को अपनाना जरूरी है।
गर्भावस्था और प्रसव के बाद वजन बढ़ना सामान्य है, लेकिन इसे स्वस्थ जीवनशैली और सही खानपान से नियंत्रित किया जा सकता है। हर महिला का शरीर अलग होता है, इसलिए यह महत्वपूर्ण है कि आप अपने शरीर की आवश्यकताओं के अनुसार खुद को ढालें और वजन घटाने के लिए धैर्य बनाए रखें।
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ENGLISH TRANSLATION
Most women start gaining weight and obesity after pregnancy or delivery, which also invites other diseases. Friends, today we have brought for you the answer to a question due to which every woman is worried, weight gain after pregnancy and delivery is a common thing. Women gain weight during this time due to many reasons.
Pregnancy is a time of physical and emotional changes in a woman's life. During this time many important changes occur in the body, which are necessary for the healthy development of both mother and baby. However, weight gain after pregnancy and delivery is a common problem, which women are often worried about. Getting body weight back to normal after delivery can be a challenging process, and there are many reasons for this. In this article we will discuss in detail the major causes of weight gain after pregnancy and delivery.
Major reasons for weight gain after pregnancy and delivery:-
1. Hormonal changes:-
Significant hormonal changes occur in the body during pregnancy and after delivery. The level of hormones such as estrogen and progesterone increases during pregnancy, which affects fat accumulation. These hormones prompt the woman's body to store the energy required for the baby's growth during pregnancy. Even after delivery, hormonal imbalances may continue, which can slow down the process of weight loss. Hormonal changes may also cause a drop in the body's metabolic rate, leading to weight gain.
2. Extra calorie requirement:-
During pregnancy, extra calories are needed to support the baby's growth and meet the mother's energy requirements. Most women are advised to eat more food during pregnancy so that the baby gets adequate nutrition. However, many women continue to consume extra calories even after delivery, which can lead to weight gain. To reduce the calories stored in the body during pregnancy, it is necessary to adopt a balanced diet after delivery.
3. Lack of physical activity:-
During pregnancy and especially after delivery, women's physical activities may decrease. After delivery, new mothers get busy taking care of the baby, making it difficult to find time for regular exercise or physical activity. In addition, postpartum physical fatigue and the need for rest often make women overindulge in rest. This physical inactivity results in slower calorie burning, which can lead to weight gain.
4. Stress and lack of sleep:-
Caring for a newborn can be mentally and physically exhausting for a mother. It is common to not get enough sleep and experience stress while caring for a baby. Stress causes the body to release an increased level of a hormone called cortisol, which is responsible for increasing appetite and accumulating fat around the belly. In addition, lack of sleep affects metabolism, causing the body to store more fat and increasing the chances of weight gain.
5. Increased appetite after breastfeeding:-
Increased appetite is common among breastfeeding mothers, as the body consumes more energy during breastfeeding. Women need to eat more food to meet this energy consumption. However, if this hunger is not controlled and women consume a high-calorie diet, it can lead to weight gain. Therefore, breastfeeding mothers should include healthy options in their diet, such as fruits, vegetables, protein, and whole grains.
6. Dehydration:-
Many women do not drink enough water after delivery, which can lead to dehydration in the body. Dehydration slows down the metabolism, which prevents the body from burning calories effectively. Also, not drinking enough water can increase fluid retention in the body, which can lead to weight gain. Therefore, it is essential to maintain proper hydration after delivery so that the body's metabolism can function properly and weight can be balanced.
7. Weakening of muscles:-
During pregnancy and after delivery, muscle strength is reduced due to a decrease in physical activity. Muscles increase the body's ability to burn calories, but when muscles become weak, the rate of metabolism slows down. This increases the chances of fat accumulation in the body. It is important to gradually resume exercise after delivery to strengthen the muscles again, boost metabolism and lose weight.
8. Irregular eating:-
Women's routine changes completely while taking care of the baby after delivery, which can make their eating habits irregular. Eating at irregular times and consuming unhealthy foods leads to the accumulation of extra calories in the body. This habit can play an important role in weight gain. New mothers should try to take timely and nutritious diet so that they remain healthy and their weight is also controlled.
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9. Genetic reasons:-
Genetic reasons can also be an important factor behind weight gain. Some women have a genetic tendency to accumulate fat, and this tendency can become more pronounced after pregnancy. Women who have obesity problems in their family are more likely to gain weight after pregnancy. However, this problem can be controlled through diet and physical activity.
10. Emotional eating:-
During pregnancy and after delivery, many women may feel emotionally stressed, and to reduce this stress, they turn to food. Emotional eating means consuming food for emotional balance even when you are not hungry. This can lead to rapid weight gain. Therefore, it is
important to focus on mental health and adopt healthy habits to control emotional stress.
Weight gain is normal after pregnancy and delivery, but it can be controlled with a healthy lifestyle and proper diet. Every woman's body is different, so it is important that you adapt yourself according to your body's needs and be patient to lose weight.
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